स्ट्रोक और हार्ट अटैक से बचने के लिए अपनाएं CAB फॉर्मूला, जानें इसके बारे में


खानपान में गड़बड़ी और खराब जीवनशैली की वजह से हार्ट अटैक और हार्ट से जुड़ी बीमारियों के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। अब चलते-फिरते हार्ट अटैक आने की घटना भी कॉमन हो चुकी है। अगर मरीज को अस्पताल में हार्ट अटैक या स्ट्रोक आता है, तो तुरंत इलाज मिलने से उसकी जान आसानी से बचाई जा सकती है। लेकिन कई बार मरीज को ऐसी जगहों पर हार्ट अटैक या स्ट्रोक आ जाता है, जहां पर कोई भी इलाज मौजूद नहीं होता है। ऐसी परिस्थितियों में कुछ प्राथमिक उपचार मरीज की जान बचा सकते हैं। हार्ट अटैक और स्ट्रोक आने पर 50 प्रतिशत मरीज हॉस्पिटल पहुंच पाने से पहले जान गवां देते हैं। इन मरीजों को हार्ट अटैक आने के बाद फर्स्ट ऐड नहीं मिल पाता है। 

लखनऊ के मशहूर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. के के कपूर कहते हैं कि हार्ट अटैक और स्ट्रोक की स्थिति में मरीज की जान CAB फॉर्मूला से बचाई जा सकती है। सीएबी फॉर्मूले में मरीज के हार्ट में ब्लड फ्लो बढ़ाने के लिए मदद की जाती है। मरीज को स्ट्रोक या हार्ट अटैक आने की स्थिति में उसके मस्तिष्क तक ब्लड पंप करने के लिए छाती के बीच में एक मिनट के भीतर 100-120 बार दबाव डालना होता है। यह फॉर्मूला CPR से मिलता-जुलता है। CAB फॉर्मूला को इस तरह से समझा जा सकता है-

C- छाती को कंप्रेस करें
A- वायुमार्ग के खोलने का प्रयास
B- ब्रीद, सांस लेने में सहायता करें

News Source: SM News Hindi

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